श्री गणेश स्तुति
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः ।
निर्विघ्नं कुरु मे देवः सर्वकार्येषु सर्वदा ।।
एहि गणेश स्तुतिक मिथिलाक्षर सम्पादन : विनीत ठाकुर
About Binit Thakur
Mithilakshar or Tirhuta Lipi is A Historical Writing form of Maithili.This blog is all about Mithilakshar.
Hi, I am Binit Thakur(प्रणाम,हम छी विनित ठाकुर।
Maithili Poem कतेक देर सँ ठाढ़ छथि द्वार पर अभ्यागत भिक्षा दऽ कऽ घरनी करु हुनका स्वागत प्रचण्ड गर्मी सँ भीत धेने भेल लहालोट छ...
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