गायत्री मन्त्र : Gyatri Mantra - Mithilakshar Lipi

Home Top Ad

मिथिलाक्षर तिरहुता लिपिमे स्वागत अछि

ads

Post

Thursday, December 29, 2016

गायत्री मन्त्र : Gyatri Mantra

ऊँ भूर्भुवः स्वः
तत्सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि
धियो योनः प्रचोदयात् ।


मिथिलाक्षर (तिरहुता) सम्पादन : विनीत ठाकुर

Mithilakshar Tirhuta Maithili language script

No comments:

Post a Comment

Featured Post

Maithili Kavita ... मैथिली कविता : अभ्यागत ... विनीत ठाकुर

Maithili Poem कतेक देर सँ ठाढ़ छथि द्वार पर अभ्यागत                भिक्षा दऽ कऽ घरनी करु हुनका स्वागत प्रचण्ड गर्मी सँ भीत धेने भेल लहालोट छ...

Post Top Ad

Binit Thakur