विनीत ठाकुर कृत मैथिली हाइकु संग्रह ' वसुन्धरा ', प्रकाशिका : कालिन्दी ठाकुर
५७.
धानक शीश
मूसक बिहुर मे
अगहन छै ।
५८.
ग्रीष्म ऋतु मे
चढ़ल तापमान
किटाणु नष्ट ।
५९.
अधिक गर्मी
अलसायल मोन
पाकल आम ।
६०.
पंडित काग
खोधे एक भोर सँ
पाकल बेल ।
धानक शीश
मूसक बिहुर मे
अगहन छै ।
५८.
ग्रीष्म ऋतु मे
चढ़ल तापमान
किटाणु नष्ट ।
५९.
अधिक गर्मी
अलसायल मोन
पाकल आम ।
६०.
पंडित काग
खोधे एक भोर सँ
पाकल बेल ।
Maithili Kavita / Maithili Haiku / मैथिली कविता / मैथिली हाइकु कविता
No comments:
Post a Comment