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Monday, March 14, 2022

World famous Haiku Poem in Maithili Literature by Binit Thakur || an anthology of Maithili Haiku in Tirhuta (Mithilakshar, Vaidehi, Kaithi) Script

मैथिली साहित्यमे मैथिली हाइकु जापानी कविता हाइकु के मैथिली रुप अछि । हाइकु अनेक भाषामे लिखल जाइत अछि जेना अंग्रेजी, हिन्दी, नेपाली, भोजपुरी, अवधी, नेपाल भाषा (नेवारी) आदि, मुदा वर्ण या पद के गनवाक क्रम विभिन्न भाषा मे अलग–अलग अछि । मैथिली हाइकुक लेल पहिल पंक्ति मे ५ अक्षर, दोसर मे ७ अक्षर आओर तेसर पंक्ति मे पुनः ५ अक्षर, एहि प्रकार सँ यी कुल १७ अक्षर के कविता अछि । हाइकुमे आधा अक्षरके गिनती नहि कएल जाइत अछि । – विनीत ठाकुर

In Maithili Literature, Maithili Haiku is the Maithili form of the Japanese Poem Haiku. Haiku are written in many languages like English, Hindi, Nepali, Bhojpuri, Awadhi, Nepal Bhasha (Newari) etc., but the order in which the letters or verse are counted varies. Maithili Haiku has 5 syllables in the first line, 7 syllables in the second and 5 syllables in the third line, thus making it a total of 17 syllable poems. – Binit Thakur



९७.
तीर्थरूप मे
मिथिलाधाम अछि
मोक्षक द्वार ।

९८.
महामारी मे
जनता के पालक
उत्तम देश ।

९९.
मानव बस्ती
मर्यादा पालन सँ
स्वर्ग समान ।

१००,
मैथिली नाम
जनक नन्दनी के
भाषा अपन ।

Word famous Haiku Poem in Maithili Language by Binit Thakur in Mithilakshar (Tirhuta, Vaidehi, Maithili) script. An anthology of Vishakha Maithili Haiku Sangraha


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